क्या आपने कभी रेलवे स्टेशन पर खड़े होकर तेज़ी से गुजरती हुई ट्रेन को देखा है? उसकी रफ्तार, उसकी ताकत और सबसे बड़ी बात—उसे चलाने वाला इंसान! हां, मैं बात कर रहा हूं लोको पायलट की. अगर आपके मन में भी कभी यह सवाल आया है कि loco pilot kaise bane?, तो आप सही जगह पर आए हैं.
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यह सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है. हजारों यात्रियों की जान एक लोको पायलट के हाथ में होती है. और अगर आपको ट्रेनों से प्यार है, उन्हें कंट्रोल करने का जुनून है, तो यह करियर आपके लिए परफेक्ट हो सकता है. तो चलिए, बिना देरी किए जानते हैं कि loco pilot kaise bane और इस सफर में किन-किन पड़ावों को पार करना होगा.
loco pilot कौन होता है?

सीधे शब्दों में कहें, तो लोको पायलट वह इंसान होता है जो ट्रेन चलाता है. लेकिन यह सिर्फ इतना आसान नहीं है. ट्रेन को ऑपरेट करना, स्पीड कंट्रोल करना, ब्रेक लगाना, सिग्नल को फॉलो करना और सफर के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना—इन सबकी जिम्मेदारी लोको पायलट की होती है.
आप सोच रहे होंगे कि सिर्फ ट्रेन चलाना ही काम होगा, लेकिन असल में यह बहुत ज्यादा ध्यान और मेहनत मांगने वाला प्रोफेशन है. अगर आप भी इस फील्ड में आने का सपना देखते हैं, तो आगे पढ़िए कि loco pilot kaise bane और इसकी पूरी प्रक्रिया क्या है.
लोको पायलट बनने के लिए योग्यता
अगर आप लोको पायलट बनना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ जरूरी क्वालिफिकेशन पूरी करनी होगी. भारतीय रेलवे में लोको पायलट बनने के लिए ये जरूरी शर्तें हैं:
- शैक्षणिक योग्यता:
- आपको 10वीं पास होना जरूरी है.
- इसके साथ ही, किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से आईटीआई (ITI) या डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स या ऑटोमोबाइल) होना चाहिए.
- आयु सीमा:
- न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 30 साल होनी चाहिए.
- आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को सरकारी नियमों के अनुसार आयु में छूट मिलती है.
- शारीरिक फिटनेस:
- लोको पायलट बनने के लिए आंखों की रोशनी अच्छी होनी चाहिए.
- कोई गंभीर मेडिकल कंडीशन नहीं होनी चाहिए जो ट्रेन ऑपरेट करने में बाधा बने.
अब सवाल आता है कि पढ़ाई के बाद नौकरी कैसे मिलेगी? तो चलिए, जानते हैं अगला स्टेप.
लोको पायलट बनने की प्रक्रिया
अगर आपने जरूरी पढ़ाई कर ली है, तो अब बारी आती है रेलवे में भर्ती होने की. इसके लिए आपको रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) द्वारा कराई जाने वाली परीक्षा पास करनी होती है. यह परीक्षा तीन चरणों में होती है:
- सीबीटी-1 (CBT-1):
- यह एक ऑनलाइन परीक्षा होती है, जिसमें गणित, जनरल अवेयरनेस, रीजनिंग और साइंस के सवाल आते हैं.
- सीबीटी-2 (CBT-2):
- इसमें टेक्निकल नॉलेज, रेलवे से जुड़े नियम-कानून और प्रोफेशनल एबिलिटी से जुड़े सवाल होते हैं.
- एप्टीट्यूड टेस्ट और डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन:
- इसमें मेंटल एबिलिटी और फोकस चेक किया जाता है.
- इसके बाद डॉक्युमेंट्स की जांच की जाती है और फिर फाइनल मेरिट लिस्ट जारी होती है.
अगर आप इन सभी स्टेप्स को क्लियर कर लेते हैं, तो आपका सपना पूरा हो सकता है और आप रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) के रूप में काम शुरू कर सकते हैं.
लोको पायलट की सैलरी और ग्रोथ
अब जब आप जान चुके हैं कि loco pilot kaise bane 2025, तो यह भी जानना जरूरी है कि इस जॉब में सैलरी कितनी मिलती है. भारतीय रेलवे में लोको पायलट की शुरुआती सैलरी करीब ₹30,000 से ₹40,000 प्रति माह होती है. अनुभव बढ़ने के साथ यह ₹1,00,000 तक जा सकती है.
सैलरी के अलावा, रेलवे में कई तरह की सुविधाएं भी मिलती हैं जैसे कि मेडिकल बेनिफिट, हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रेवल अलाउंस और पेंशन स्कीम.
क्या लोको पायलट बनना सही करियर ऑप्शन है?
अगर आपको ट्रेनों से लगाव है, टेक्निकल चीजों में इंटरेस्ट है और एक जिम्मेदारी भरा करियर बनाना चाहते हैं, तो लोको पायलट बनना एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है. यह एक सरकारी नौकरी है, जिसमें स्टेबिलिटी और अच्छे ग्रोथ ऑप्शंस होते हैं.
लेकिन ध्यान रखें, यह आसान काम नहीं है. इसमें नाइट शिफ्ट्स, लंबी यात्रा और काफी डेडिकेशन की जरूरत होती है. अगर आप मेहनती हैं और रेलवे में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह आपके लिए परफेक्ट चॉइस हो सकती है.
निष्कर्ष
तो अब आपको पता चल गया होगा कि loco pilot kaise bane और इस फील्ड में आने के लिए आपको क्या-क्या करना होगा. यह जॉब सिर्फ ट्रेन चलाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें बड़ी जिम्मेदारी और सम्मान भी शामिल है. अगर आप इस करियर में आना चाहते हैं, तो अभी से तैयारी शुरू करें और अपने सपने को साकार करें.
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नमस्ते, मेरा नाम Mohit हैं और में Graduation Passout हूं, इसके साथ पिछले 6 सालों से ब्लॉगिंग कर रहा हूं। एक अच्छे Experience और User-Friendly को कैसे अच्छा बनाएं रखें
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