BEMS Course Details क्या है? BEMS कोर्स की पूरी जानकारी 2025 में

अगर आप भी एक ऐसा करियर चाहते हैं जिसमें मेडिकल फील्ड हो लेकिन MBBS से अलग हो, तो आपने शायद BEMS का नाम सुना होगा। लेकिन BEMS Course क्या है? क्या ये आपके लिए सही है? चलिए आज हम इसे आसान भाषा में समझते हैं। अगर आप 12वीं कक्षा के छात्र हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए बहुत ही मददगार होगा।

BEMS Course क्या है?

BEMS यानी Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery। ये एक मेडिकल कोर्स है, जो इलेक्ट्रो-होम्योपैथी पर आधारित है।

अब आप सोच रहे होंगे, इलेक्ट्रो-होम्योपैथी क्या होती है? आसान भाषा में कहें, तो ये एक प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली है जिसमें बिना किसी साइड इफेक्ट के इलाज किया जाता है। इसे प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और प्लांट बेस्ड मेडिसिन से तैयार किया जाता है।

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BEMS उन लोगों के लिए एक बेहतरीन कोर्स है, जो प्राकृतिक चिकित्सा में रुचि रखते हैं और मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं।

BEMS Course Details

कोर्स का पूरा नामBachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery (BEMS)
अवधि4.5 साल (4 साल पढ़ाई + 6 महीने इंटर्नशिप)
पात्रता12वीं साइंस (PCB) में न्यूनतम 50% अंकों के साथ
कोर्स फीससरकारी: ₹20,000-₹50,000/वर्ष, प्राइवेट: ₹1-3 लाख/वर्ष
करियर विकल्पडॉक्टर, रिसर्चर, टीचर, फार्मा इंडस्ट्री में काम
मुख्य विशेषताएंप्राकृतिक चिकित्सा, कम लागत, बिना साइड इफेक्ट के उपचार

कोर्स में क्या-क्या पढ़ाया जाता है?

  • Electro-Homeopathy Principles: इलेक्ट्रो-होम्योपैथी की बुनियादी बातें।
  • Anatomy और Physiology: शरीर की संरचना और कार्य प्रणाली।
  • Materia Medica: दवाओं की जानकारी।
  • Pathology और Diagnosis: बीमारियों का अध्ययन और उनकी पहचान।
  • Clinical Training: प्रैक्टिकल अनुभव के लिए इंटर्नशिप।

योग्यता और पात्रता (Eligibility Criteria) –

BEMS कोर्स करने के लिए आपको कुछ विशेष योग्यता की ज़रूरत होती है:

  1. शैक्षणिक योग्यता:
    12वीं कक्षा पास होना चाहिए।
    साइंस स्ट्रीम (PCB – Physics, Chemistry, Biology) में न्यूनतम 50% अंकों के साथ।
  2. उम्र सीमा:
    न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
  3. एंट्रेंस एग्जाम:
    कुछ कॉलेजों में प्रवेश के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ सकता है।

BEMS Course Fees –

सरकारी कॉलेजों में:प्राइवेट कॉलेजों में:
सरकारी कॉलेजों में इस कोर्स की फीस काफी कम होती है। लगभग ₹20,000 से ₹50,000 प्रति वर्ष के बीच।प्राइवेट कॉलेजों में फीस थोड़ी ज़्यादा होती है। ये ₹1 लाख से ₹3 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है।

आपके बजट और पढ़ाई के प्रति आपकी रुचि के आधार पर आप सही कॉलेज चुन सकते है

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BEMS कोर्स के बाद करियर विकल्प –


अब सबसे बड़ा सवाल – BEMS करने के बाद क्या?
इस कोर्स के बाद आपके पास कई विकल्प हैं:

प्रैक्टिसिंग डॉक्टर:आप एक इलेक्ट्रो-होम्योपैथी प्रैक्टिशनर बन सकते हैं और अपना क्लिनिक खोल सकते हैं।
मेडिकल रिसर्च:अगर आपको रिसर्च में रुचि है, तो आप इलेक्ट्रो-होम्योपैथी के क्षेत्र में रिसर्च कर सकते हैं।
टीचिंग:आप मेडिकल कॉलेज में पढ़ा सकते हैं।
फार्मा इंडस्ट्री:इलेक्ट्रो-होम्योपैथिक दवाओं के उत्पादन में काम कर सकते हैं।

BEMS क्यों करें?

अगर आप एक ऐसा करियर चाहते हैं जिसमें आप लोगों की मदद कर सकें और समाज में एक सकारात्मक बदलाव ला सकें, तो BEMS एक शानदार विकल्प है। ये कोर्स न केवल आपको एक अच्छा करियर देता है, बल्कि आपको आत्म-संतुष्टि भी देता है।

BEMS Course के फायदे –

  • लो कॉस्ट स्टडी: MBBS और BDS के मुकाबले इसकी फीस कम है।
  • शॉर्ट ड्यूरेशन: 4.5 साल में आप डॉक्टर बन सकते हैं।
  • नेचुरल मेडिसिन: दवाओं का कोई साइड इफेक्ट नहीं।
  • ग्रोइंग फील्ड: इलेक्ट्रो-होम्योपैथी की डिमांड बढ़ रही है।

कॉलेज कैसे चुनें?

  • BEMS कोर्स के लिए सही कॉलेज चुनना बहुत ज़रूरी है।
  • मान्यता प्राप्त कॉलेज चुनें।
  • फैकल्टी और इंफ्रास्ट्रक्चर देखें।
  • प्लेसमेंट रिकॉर्ड की जांच करें।

BEMS की चुनौतियाँ –

  • हर कोर्स के कुछ फायदे और कुछ चुनौतियाँ होती हैं। BEMS के साथ भी ऐसा ही है।
  • भारत में इलेक्ट्रो-होम्योपैथी को अभी तक पूरी तरह से मान्यता नहीं मिली है।
  • बहुत कम लोग इस फील्ड के बारे में जानते हैं।

एक छात्र की कहानी

मान लीजिए आप 12वीं के बाद कंफ्यूज हैं कि क्या करें। आपके माता-पिता चाहते हैं कि आप डॉक्टर बनें, लेकिन MBBS की फीस और प्रतिस्पर्धा देखकर आप घबरा जाते हैं। इसी दौरान आपको BEMS के बारे में पता चलता है। आप इसे एक मौका देते हैं और आज आप एक सफल इलेक्ट्रो-होम्योपैथी डॉक्टर हैं।

BEMS Course क्या है – निष्कर्ष


BEMS उन छात्रों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो मेडिकल फील्ड में जाना चाहते हैं लेकिन MBBS जैसी महंगी पढ़ाई या लंबी अवधि नहीं चाहते।
ये कोर्स न केवल आपको एक अच्छा करियर देता है, बल्कि आपको लोगों की मदद करने का मौका भी देता है।
तो, अगर आप नेचुरल मेडिसिन में रुचि रखते हैं और समाज में बदलाव लाना चाहते हैं, तो BEMS आपके लिए सही विकल्प हो सकता है।

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FAQs

  1. BEMS Course क्या है?

    BEMS यानी Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery, जो प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित है।

  2. BEMS कोर्स की अवधि कितनी होती है?

    इस कोर्स की अवधि 4.5 साल होती है, जिसमें 6 महीने की इंटर्नशिप शामिल है।

  3. BEMS करने के बाद करियर विकल्प क्या हैं?

    BEMS के बाद आप डॉक्टर, रिसर्चर, टीचर, या फार्मा इंडस्ट्री में काम कर सकते हैं।

  4. BEMS कोर्स की फीस कितनी होती है?

    सरकारी कॉलेजों में फीस ₹20,000 से ₹50,000 प्रति वर्ष, और प्राइवेट कॉलेजों में ₹1 लाख से ₹3 लाख प्रति वर्ष तक होती है।


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